लाडली लक्ष्मी योजना मध्य प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जाने वाली एक महत्वपूर्ण योजना है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य लड़कियों की शिक्षा और आर्थिक सहायता करना है। साथ ही, समाज में बेटियों के प्रति नजरिया को सकारात्मक बनाना भी इस योजना का लक्ष्य है।
लाडली लक्ष्मी योजना की जानकारी
आइए, लाडली लक्ष्मी योजना के लाभों को थोड़ा और विस्तार से जानते हैं:
- आर्थिक सहायता: योजना के तहत, बालिका के जन्म से लेकर उसके 5 साल पूरे होने तक हर साल सरकार उसकी नाम पर 6,000 रुपये का राष्ट्रीय बचत पत्र (NSC) खरीदती है। यह राशि परिपक्वता पर 30,000 रुपये से अधिक हो जाती है।
- शैक्षणिक प्रोत्साहन: छठी कक्षा में दाखिला लेने पर 2,000 रुपये, नौवीं कक्षा में 4,000 रुपये और ग्यारहवीं कक्षा में 7,500 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है।
- उच्च शिक्षा के लिए सहायता: ग्यारहवीं और बारहवीं कक्षा के दौरान हर महीने 200 रुपये की छात्रवृत्ति दी जाती है।
- विवाह के लिए सहायता: 21 वर्ष की आयु पूरी होने पर और 18 वर्ष से पहले शादी न करने पर एक लाख रुपये की राशि प्रदान की जाती है।
- स्नातक की पढ़ाई के लिए प्रोत्साहन: किसी भी स्नातक पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने के बाद पाठ्यक्रम के पहले और अंतिम वर्ष में 2 समान किस्तों में 25,000 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है। उच्च शिक्षा के लिए ट्यूशन फीस का भुगतान भी सरकार द्वारा किया जाता है।
माधव उद्यान विदिशा | Madhav Udyan Vidisha
मुख्यमंत्री लाडली लक्ष्मी योजना
यह योजना निश्चित रूप से मध्य प्रदेश की लड़कियों के लिए भविष्य को संवारने में सहायक सिद्ध हो रही है।
बेटियां हैं लक्ष्मी, घर की शान, उनकी शिक्षा है सबका अभिमान।
मध्य प्रदेश सरकार की लाडली लक्ष्मी योजना बेटियों के जीवन में उजियारा लाने की एक अनूठी पहल है। यह योजना न केवल बेटियों की शिक्षा के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करती है, बल्कि समाज में उनके प्रति सकारात्मक सोच को भी बढ़ावा देती है।
योजना के तहत मिलने वाले लाभ:
- जन्म से 5 वर्ष तक: हर साल 6,000 रुपये का राष्ट्रीय बचत पत्र (NSC)
- 6वीं कक्षा: 2,000 रुपये
- 9वीं कक्षा: 4,000 रुपये
- 11वीं कक्षा: 7,500 रुपये
- 11वीं और 12वीं: हर महीने 200 रुपये छात्रवृत्ति
- 21 वर्ष की आयु में: 1 लाख रुपये (यदि 18 वर्ष से पहले शादी नहीं की)
- स्नातक की पढ़ाई: 25,000 रुपये प्रति वर्ष (2 किश्तों में)
- उच्च शिक्षा: ट्यूशन फीस का भुगतान
पात्रता:
- मध्य प्रदेश की मूल निवासी
- जन्म के समय बालिका का वजन कम से कम 2 किलोग्राम होना चाहिए
- परिवार की वार्षिक आय 1.5 लाख रुपये से कम होनी चाहिए
- योजना का लाभ केवल दो जीवित लड़कियों तक ही सीमित है
लाडली लक्ष्मी योजना बेटियों के सशक्तिकरण और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह योजना न केवल लड़कियों के जीवन में बदलाव ला रही है, बल्कि समाज को भी बेटियों के महत्व के प्रति जागरूक कर रही है।
आइए, हम सब मिलकर इस योजना का समर्थन करें और बेटियों के सपनों को उड़ान भरने में मदद करें।