विदिशा शहर से १० किमि और रायसेन से २० किमी दूर स्थित है। जो कि रायसेन जिले में आता है। रायसेन जिले का यह छोटा सा गांव (Balaji Dham Mehgav Raisen) दिन प्रतिदिन धार्मिक नगरी की मान्यता लेता जा रहा है। और जिसका कारण है, श्री बालाजी धाम मंदिर जंहा हजारों की संख्या में श्रद्धालु आ रहे है।
श्री दादाजी मनोकामना पूर्ण सिद्ध श्री हनुमान मंदिर, रंगाई मंदिर विदिशा
स्थानीय लोगों द्वारा बताया जाता है कि सैकड़ों वर्षों से यंहा पर चबूतरे पर हनुमानजी विराजमान है। यह चबूतरा धीरे धीरे मंदिर बना और अब यह मंदिर विशाल एवं भव्य रूप ले चूका है।
यहां पिछले लगभग 30 वर्षों से अखंड रामायण पाठ चल रहा है। आप 300 रुपए में अपनी और से रामायण पाठ करबा सकते हैं । उसके लिए आपको अपनी रसीद मंदिर से कटबानी होती है। और आपका नंबर आने के एक दिन पहले आपको फोन लगाकर सूचित किया जाता है। अगर आप उपस्थित हो जाते हैं तो आपके द्वारा पूजन करके रामायण पाठ शुरू कर दिया जाता है। या मंदिर के पुजारी स्वयं से पूजा कर करके पाठ शुरू कर देते है।
बालाजी धाम में मेहगांव में हर मंगलवार शाम को मंगल आरती होती है, जिसमे हजारों की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित होते हैं । ऐसी मान्यता है की ५ मंगलबार को मंगल आरती में शामिल होने से हनुमानजी महाराज भक्तों की हर मनोकामना पूरी करते है। यही कारन है की जब विदिशा से मेहगांव की सड़क जर्जर थी तब भी हजारों भक्त पैदल या वाहनो से गर्मी , सर्दी और वर्षात में दूर दूर से भक्त नंगे पैर आकर मंगल आरती में शामिल होते है। हालाँकि अब नई सड़क बन चुकी है और सफर पहले से आसान हो गया है।
यंहा पर मंगलवार और शनिवार को सुबह के समय दरवार लगाया जाता है। लोग अपनी समस्या लेकर यंहा आते हैं और समाधान प्राप्त करते है। श्रद्धालु बताते हैं कि यंहा अनेक गंभीर रोगों के मरीज भी पूर्णतः ठीक हो चुके है।
मंदिर के गर्व गृह में हनुमानजी के साथ साथ शिवजी का शिवलिंग और गणेशजी विराजमान है। मंदिर के सामने ग्राम पंचायत द्वारा बनवाया हुआ तालाब है। मुख्या सड़क से मंदिर के लिए गांव में प्रवेश करते ही बालाजीधाम मेहगांव (Balaji Dham Mehgav) का प्रवेश द्वार आपका स्वागत करता है।
मंदिर के ठीक पीछे मकान नुमा परिसर में स्थित है राधाकृष्ण का मंदिर। पुजारी बताते हैं कि यह मुग़ल कालीन मन्दिर है। जब मुगलों के डर से घरों में चोरी छुपे पूजा होती थी तब मंदिरों में शिखर भी नहीं बनाये जाते द। इस मंदिर का शिखर भी अभी कुछ वर्ष पहले ही बनाया गया है। यहाँ बहुत ही दिव्य रूप में बंशी बजाते श्री कृष्ण और उनकी बांसुरी की धुन में लीं राधाजी विराजमान है। इस मंदिर में आकर लगता है की मनो श्री कृष्ण के घर आ गए होण।
कांच मंदिर विदिशा | विश्वेश्वर महादेव मंदिर
यहां पर हर मंगलवार को मंगल आरती के बाद भंडारा कराया जाता है। जो की भक्तगण अपनी मनोकामना पूर्ण होने की खुशी में कराते हैं, तो कुछ भक्त गण स्वेच्छा से भी भंडारे में सहयोग करते हैं । यह भंडारा छोटे स्तर से शुरू होकर, जब यहां पर केवल 100 – 50 भक्त ही मंदिर आया करते थे। तब से लेकर आज हजारों भक्तों के आने तक यह भंडारा निरंतर चल रहा है। यही बालाजी की महिमा है, कि कोई भी भक्त बिना भोजन प्रसादी के खाली पेट यहां से नहीं जाता है। भले कितने भी संख्या में लोग आ जाएं। और हम यह भी कह सकते हैं कि कुछ लोग केवल भंडारा खाने के लिए भी मेहगांव मंदिर बालाजी धाम आते हैं, और प्रभु की कृपा के पात्र बन जाते हैं क्योंकि प्रभु का प्रसाद नसीब वालों को ही प्राप्त होता है।
भंडारे में पुरी, आलू की सब्जी, बूंदी, रायता, होता है। सभी भक्त अपने परिवारजनों के साथ आते हैं। और भगवान की आरती के बाद भोजन प्रसादी पाते हैं।
आशा है या जानकारी आपको अच्छी लगी अगर आप भगवान में आस्था रखते हैं। तो एक बार बालाजी धाम मेहगांव श्री हनुमान जी के दर्शन करने आईए और धर्म का लाभ लीजिए। ‘जय श्री बालाजी धाम”
विदिशा में स्थित मां ज्वाला देवी शक्तिपीठ की चर्चा दूर-दूर तक है। यहां भक्तों का…
सम्राट अशोक प्रौद्योगिकी संस्थान, विदिशा मध्य प्रदेश का एक प्रतिष्ठित स्वायत्त प्रौद्योगिकी महाविद्यालय है। इसकी…
हेलो फ्रेंड्स, आज हम अपनी विदिशा से टेकरी सरकार गुना की यात्रा के बारे में…
हेलो फ्रेंड्स, आज की पोस्ट में हम विदिशा के बहुत पुराने कोलेज एस. एस. एल.…
सिरोंज में अगले 10 दिनों का मौसम विदिशा में अगले 10 दिनों का मौसम नमस्कार…
गंज बासौदा में अगले 10 दिनों का मौसम विदिशा में अगले 10 दिनों का मौसम…
This website uses cookies.